Manjeet Mahal Real Storys & Biography

नजफगढ़ के कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महल का रियल नेम मंजीत सिंह है. इस पर 25 से भी ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है, जिसमें सात हत्या. दस हत्या के प्रयास और रंगदारी के मामले शामिल है. दिल्ली पुलिस ने मंजीत महल पर 50,000 रुपये का इनाम रखा हुआ था. मंजीत महल ने दो सनसनीखेज वारदातों को अंजाम दिया था, जिसमें से पहला मार्च 2015 में विधायक भरत सिंह की हत्या तथा दिसंबर 2015 में सुनील उर्फ डॉक्टर का कत्ल शामिल है. दोस्तों मंजीत महल पहले अनूप-बलराज गैंग के लिए काम करता था, लेकिन दोनों की मौत के बाद खुद ही गैंग को ऑपरेट करने लगा

गैंगस्टर मंजीत महल की किशन पहलवान गैंग से दुश्मनी थी. इसी चक्कर में मंजीत महल ने किशन के भाई तथा पूर्व विधायक भरत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मंजीत महल ने अपने साथियों के साथ मिलकर 29 मार्च 2015 को भरत पर उस समय हमला किया जब वह नजफगढ़ अनाज मंडी के पास स्थित अभिनंदन वाटिका में कुआं पूजन समारोह में शामिल होने गए थे. इसके बाद मंजीत महल ने 21 दिसंबर 2015 को सूरजभान और सुनील उर्फ डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया जिससे सूरजभान तो बच गया लेकिन सुनील उर्फ डॉक्टर कि कई गोलियां लगने की वजह से मौत हो गई.

दिसंबर 2016 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महल को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के वक्त उसके पास भरी हुई 9 एमएम पिस्टल और 42 कारतूस बरामद किए गए थे. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुख्यात गैंगस्टर  मंजीत महल पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में घूम रहा था. वह अत्याधुनिक हथियार जिताने में लगा हुआ था, जिससे कि वह किशन पहलवान गैंग सहित अपने दूसरे विरोधियों को ठिकाने लगा सके. इसी खबर के अनुसार दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम बनाई गई और मौका देखते ही मंजीत महल को गिरफ्तार कर लिया गया

दोस्तों जनवरी 2017 को स्कॉर्पियो से आये चार-पांच बदमाशों ने घर के बाहर बैठे मंजीत महल के पिता पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और 5 गोली लगने की वजह से उसके पिता की मौके पर ही मृत्यु हो गई. यह हत्या गैंगवार का नतीजा थी. यह कत्ल कुछ साल पहले मंजीत महल द्वारा किए गए एक कत्ल का बदला लेने के लिए किया गया था. पकड़ा गया आरोपी कपिल सांगवान गैंग का मेंबर था. कपिल सांगवान और मंजीत महल की दुश्मनी सालों पुरानी है. दोनों ही इस वक्त जेल में बंद है. दोनों गैंग ने अब तक एक दूसरे के कहीं करीबियों का कत्ल कर चुके हैं.तो कुछ ऐसी है मंजीत महाल की स्टोरी.