Gangster Ravi Gangwal Real Storys & Biography


साउथ दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर रवि गंगवाल पर हत्या, हत्या के प्रयास और लूटपाट के 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. रवि गंगवाल और पंडित गैंग एक दूसरे के जानी दुश्मन है. दीपक पंडित अभी तिहाड़ जेल में बंद है. जबकि रवि गंगवाल कुछ महीने पहले बेल पर बाहर आया था. रवि का प्लान था कि जैसे ही दीपक पंडित जेल से बाहर आए उसके साथ गैंगवार करके खुद को साउथ दिल्ली का सबसे बड़ा गैंगस्टर साबित कर दे. लेकिन इसके पहले ही पुलिस को इस बात की भनक लग गई और एक ऑपरेशन के जरिए फिर से रवि गंगवाल को मार्च 2017 में गिरफ्तार कर लिया गया.

दोस्तों दिल्ली के संगम विहार में सबसे पहले अजय छोटू ने गैंगस्टर के रूप में पहचान बनाई थी. अजय छोटू, राजू बाबा और रवि गंगवाल तीनों ही संगम विहार में जुर्म के वारदात को अंजाम देते थे. पहली बार डकैती के आरोप में जेल जाकर वापस लोटे अजय ने खुद को संगम विहार का किंग घोषित कर दिया और फिर राजू बाबा और रवि गंगवाल से रंगदारी वसूलने लगा. काफी दिनों तक रंगदारी का खेल चलता रहा पर फिर वर्चस्व की लड़ाई में इन्होंने अपनी गैंग बना ली.

वैसे तो दिल्ली में कई गिरोह चल रहे हैं, लेकिन इनमें कुछ गैंग ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है. इन्हीं में से दो गैंग है संगम विहार के पंडित और गंगवाल गैंग. इन दोनों गैंग की आपस में गैंगवार होते रहते हैं. पंडित और गंगवाल गैंग के बीच साउथ दिल्ली में सट्टे बाजारी, अवैध शराब, ड्रग्स और रंगदारी जैसे धंधों पर अपना वर्चस्व कायम करने होड़ में गैंगवार शुरू हुई थी. पुलिस के मुताबिक अब तक इन गैंगो के दोनों तरफ से कई लोग मारे जा चुके हैं.

वर्ष 2014 में पुलिस ने रवि गंगवाल को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दीपक पंडित 2015 में पकड़ा गया था. रवि गंगवाल की गिरफ्तारी के बाद उसके गैंग को राजू राव लीड कर रहा था. इसी वजह से दीपक पंडित तथा उसके साथियों ने राजू राव की हत्या कर दी थी. इसी हत्या का बदला लेने के लिए पंडित गैंग के एक खास आदमी इकबाल की हत्या की गई थी. पंडित के जेल जाने की बाद इकबाल ही गैंग की कमान संभाल रहा था. अक्टूबर 2016 में क्राइम ब्रांच ने पंडित के दो आदमियों को गिरफ्तार किया जोकि रवि गंगवाल को खत्म करने का प्लान बना रहे थे.

पेशी पर बाहर जाने के बाद फरार चल रहे रवि गंगवाल को मई 2017 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन गिरफ्तारी से पहले पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इन बदमाशों ने भागने के लिए पुलिस के साथ हाथापाई की और पुलिस पर फायरिंग भी की लेकिन पुलिस ने अंततः रवि गंगवाल और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इस दौरान बदमाशों के हमले से ट्रेनी आई.पी.एस. अधिकारी घायल हो गए थे.